उलझनों में था की जीवन के इस महत्वपूर्ण पल में आप दोनों को क्या भेट किया जाये हर तरह के उपहारों से घर भरा होगा, विवाह प्रेम की सामाजिक स्वीकार्यता है साथ ही मनुष्य की पूर्णता का प्रमाण भी अब आप जीवन के एक नए दौर में प्रवेश कर रहे है प्रेम, आन्नद , जिम्मेदारियों से भरे इस सफ़र में कई बार उलझनों का सामना करेंगे मुझे उम्मीद है इस दौर में मेरा यह उपहार आप दोनों के प्रेम को जीवंतता प्रदान करेगा जब कभी दोनों में तकरार हो और लगे की कही कोई कमी है तो आप की उगलिया की इस किताब के पन्नो को पलटती होगी,और प्रेम की अपार शक्ति आप दोनों को एक कर देगी। प्यार की जिस नर्सरी में हमने प्रेम को कुछ समझा उस नर्सरी का सबसे खूबसूरत फूल है।
चन्दर और सुधा के प्रेम की परिणति भले हे विवाह न रही हो पर जो तड़प जो आकर्षण व जो पवित्रता उस प्रेम में है वह कही नहीं कई बार पढ़ने के बाद हर बार एक नई कहानी सी लगती है।
उम्मीद है की इस उपहार की उम्र अन्य उपहारों से ज्यादा होगी कोशिश करियेगा की कबड के किसी कोने में पड़े रहने के बजाए इसे इसे अपने दिल के करीब रखियेगा।
आप दोनों को विवाह की ढेरो शुभकामनाएँ